जोहानेसबर्ग। साउथ अफ्रीका के डरबन में बदमाशों ने भारतीय काउंसल जनरल शशांक विक्रम के घर में घुसकर लूटपाट की। हथियारबंद बदमाशों ने रविवार रात उनकी फैमिली और डोमेस्टिक स्टाफ को बंधक बना लिया। इस घटना को लेकर भारतीय डिप्लोमैट की फैमिली सदमे में है। भारत सरकार ने मामले को साउथ अफ्रीकन अथॉरिटी के सामने उठाया है। वहीं, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी अफसरों से बात की और विक्रम को मदद का भरोसा दिया। बदमाशों ने रविवार रात विक्रम के घर में घुसकर उनके 5 साल के बेटे, डोमेस्टिक स्टाफ और एक टीचर को बंदूक की नोंक पर बंधक बना लिया। पुलिस ने बताया कि भारतीय डिप्लोमैट के घर में घुसने के लिए बदमाशों ने कुछ औजारों की मदद से मेन गेट तोड़ा। इसके बाद वारदात को अंजाम दिया। विदेश मंत्रालय के स्पोक्सपर्सन रवीश कुमार ने कहा, हमने मामले को साउथ अफ्रीका के अफसरों के सामने उठाया है। मामले की जांच जारी है। उम्मीद है कि आरोपियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। विदेशों में तैनात डिप्लोमेट्स और उनके परिवार की सुरक्षा भारत सरकार की प्राथमिकता है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी शशांक विक्रम से बात की और परिवार का हालचाल लिया। उन्हें मदद का भरोसा दिया है। काउंसल एस के पांडे ने बताया कि शशांक विक्रम की फैमिली ठीक है, लेकिन वारदात से उन्हें काफी सदमा पहुंचा है। किसी मेंबर को चोट नहीं आई है। विक्रम के डोमेस्टिक स्टाफ का मोबाइल गायब है। उम्मीद है कि इससे बदमाशों के बारे में कोई सुराग मिल जाए।
डरबन में काउंसल जनरल शशांक विक्रम को बंधक बनाकर लूटपाट, सुषमा ने दिया मदद का भरोसा
